B.Ed और BTC में क्या अंतर है? जाने कौन है बेहतर बीएड या बीटीसी 2023

यदि आप भी सरकारी अध्यापक के रूप में अपना भविष्य बनाना चाहते हैं। तो आपके मन में यह सवाल जरूर आया होगा, कि सरकारी टीचर बनने के लिए b.ed करें या btc बीटीसी। यह जाहिर सी बात है कि बीटीसी और b.ed में किसी भी कोर्स को करके हम सरकारी अध्यापक बन सकते हैं।

b.ed aur btc me antar

लेकिन सवाल यह है कि B.ED और BTC में अंतर क्या है? हमारे लिए बीएड ज्यादा फायदेमंद होगा या बीटीसी। किस कोर्स को करने से सरकारी अध्यापक बनने के ज्यादा अवसर होते हैं? B.ED और BTC में कौन सा कोर्स बेहतर होगा? इन सभी सवालों के जवाब इस आर्टिकल में विस्तार से बताए गए हैं।

आपके लिए b.ed कोर्स सही है या बीटीसी। इस लेख को पढ़कर आप यह निर्णय लेने में सक्षम हो जाएंगे, कि सरकारी अध्यापक बनने के लिए हमें बीटीसी करना चाहिए या फिर बीएड।

B.Ed और BTC में अंतर क्या है 

बीएड और बीटीसी में बेसिक अंतर यह होता है कि इन कोर्स को करने के बाद आप किस प्रकार के सरकारी स्कूल में अध्यापन का कार्य कर सकते हैं। पुरानी शिक्षा नीति के अनुसार प्राइमरी स्कूल में अध्यापक की वैकेंसी निकलने पर सिर्फ बीटीसी कोर्स किए हुए छात्र ही आवेदन कर सकते थे।

लेकिन हाल ही में किए गए बदलाव यानी नई शिक्षा नीति के अनुसार अब b.ed कोर्स किए हुए छात्र भी प्राइमरी के टीचर के लिए आवेदन कर सकते हैं। आइए संक्षेप में जानते हैं कि b.ed कोर्स और बीटीसी कोर्स क्या होते हैं?

B.ed कोर्स क्या है? What is B.Ed in Hindi

बीएड जिसका फुल फॉर्म वैचलर ऑफ एजुकेशन होता है। बीएड 2 वर्ष का कोर्स होता है। इस कोर्स को ऐसे छात्र करते हैं जिन्हें अध्यापन के क्षेत्र में भविष्य बनाना होता है। b.ed कोर्स को ग्रेजुएशन के बाद किया जाता है। इस कोर्स को फुल टाइम यानि रेगुलर या डिस्टेंस लर्निंग प्रोग्राम के जरिए किया जा सकता है।

B.ed कोर्स की वार्षिक फीस ₹15000 से लेकर ₹40000 तक होती है। इस कोर्स की फीस कॉलेज पर भी निर्भर करती है। अच्छे कॉलेज में b.ed कोर्स करने के लिए एंट्रेंस एग्जाम देना होता है जिसके जरिए एडमिशन होता है।

यह पढ़ें : बीएड कोर्स की पूरी जानकारी

बीटीसी क्या है? What is BTC in Hindi

बीटीसी का फुल फॉर्म “बेसिक ट्रेनिंग सर्टिफिकेट” होता है। बीटीसी कोर्स 2 वर्ष का होता है। इस कोर्स को ऐसे छात्र जो सरकारी प्राइमरी स्कूल में अध्यापक बनना चाहते हैं, वह करते हैं। बीटीसी कोर्स का मुख्य उद्देश प्राथमिक शिक्षा को मजबूत बनाना है।

इसलिए इस कोर्स में छात्र को अध्यापन की ट्रेनिंग दी जाती है। एक प्रकार से यह डिप्लोमा कोर्स है। बीटीसी कोर्स को करने के लिए ग्रेजुएशन पूरा होना जरूरी होता है। बीटीसी कोर्स की फीस लगभग ₹10,000 से ₹35000 होती है। बीटीसी कोर्स करने के बाद औसत वेतन 3 से ₹500000 होता है। यह सैलरी अनुभव के साथ बढ़ती जाती है।

यह भी पढ़ें : बीटीसी (D.El.Ed) कोर्स से जुड़ी सम्पूर्ण जानकारी

आइए जानते हैं What is the difference between BTC/D.El.Ed and b.Ed in Hindi.

B.Ed aur B.T.C. mein kya antar hai

सबसे पहले हम आपको बता दें कि BTC और D.El.Ed दोनों एक ही कोर्स है। बीटीसी को ही D.El.Ed कहते हैं। अब बात करते हैं B.T.C aur b.ed mein antar की। 

ऐसे छात्र जो सरकारी प्राइमरी, जूनियर व हाई स्कूल में अध्यापन कार्य करना चाहते हैं। उन्हें सरकार के नियम अनुसार कुछ विशेष कोर्स को करना अनिवार्य होता है। इन कोर्स को किए बगैर आप अध्यापक के रूप में अपनी सेवा नहीं दे सकते हैं।

सरकारी अध्यापक की बहुत सी वैकेंसी निकलती हैं। जिनमें सिर्फ वही छात्र आवेदन कर सकते हैं, जिन्होंने बीएड या बीटीसी कोर्स किया हुआ है।

अगर आप बीटीसी कोर्स करते हो तो आप प्राइमरी सरकारी स्कूल में टीचर बन सकते हैं। हालांकि जूनियर, हाई स्कूल जैसे विद्यालय में टीचर बनने के लिए b.ed कोर्स करना होगा।

  • यदि आप b.ed कोर्स करते हो तो आप प्राइमरी, जूनियर हाईस्कूल और इंटर कॉलेज में अध्यापक बन सकते हो।
  • बीटीसी एक डिप्लोमा कोर्स है जबकि b.ed एक डिग्री कोर्स है।
  • बीटीसी और b.ed दोनों के लिए ग्रेजुएशन कोर्स करना जरूरी होता है।
  • b.ed करने के बाद बीटीसी के मुकाबले जॉब के ज्यादा अवसर होते हैं।
  • b.ed और बीटीसी दोनों ही कोर्स 2 वर्ष के होते हैं।

B.ed और बीटीसी (btc) में कौन बेहतर है

आइए जानते हैं which is better BTC or b.Ed in Hindi जैसे कि हमने पहले बात किया है कि सरकारी अध्यापक बनने के लिए इन दोनों में से किसी न किसी कोर्स को करना ही पड़ेगा। 

यदि आपने यह ठान लिया है, कि आपको सिर्फ प्राइमरी स्कूल में सरकारी अध्यापक बनना है। तो आपके लिए बीटीसी कोर्स सही होगा। प्राथमिक विद्यालय में अध्यापक के लिए बीटीसी कोर्स को ही प्राथमिकता दी जाती है। इसलिए आप अपना ग्रेजुएशन पूरा करके बीटीसी कोर्स कर सकते हैं जिसके बाद आप प्राइमरी अध्यापक के लिए एलिजिबल हो जाते हैं।

अब बात आती है कि यदि आप माध्यमिक या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में शिक्षक बनना चाहते हो तो बीएड डिग्री कोर्स करना अनिवार्य है। आप बीटीसी कोर्स करके इस स्तर के स्कूल में अध्यापन का कार्य कर सकते हैं। b.ed कोर्स करने के बाद आप प्राइमरी, माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक स्कूलों में शिक्षक के लिए एलिजिबल हो जाते हैं।

आईए जानते हैं कि स्नातक के बाद हम b.ed करें या बीटीसी।

B.ed और बीटीसी में किस कोर्स को करें

आपके लिए b.ed सही रहेगा या बीटीसी। ऊपर बताए गए अनुसार आपको कुछ आईडिया हो गया होगा कि आप किस प्रकार के सरकारी स्कूल में सरकारी शिक्षक बनना चाहते हैं। b.ed और बीटीसी कोर्स की टोटल फीस में ज्यादा अंतर नहीं होता है। आप आर्थिक स्थिति के अनुसार कोई भी कोर्स कर सकते हैं। 

दोनों कोर्स के एडमिशन के लिए एंट्रेंस एग्जाम देना होता है। सरकारी कॉलेज मिलने पर कम पैसों में कोर्स पूरा किया जा सकता है। 

बीटीसी कोर्स करके आप सिर्फ अपने ही राज्य में प्राइमरी अध्यापक बन सकते हैं। केंद्र सरकार की जॉब वैकेंसी में आप आवेदन नहीं कर सकते हैं। जबकि b.ed कोर्स करने के बाद आप राज्य सरकार व केंद्र सरकार दोनों के द्वारा अध्यापक के लिए जॉब वैकेंसी आने पर आवेदन कर सकते हैं।

समय समय पर प्राइमरी स्कूलों के लिए जॉब वैकेंसी निकलती हैं। जिनमें बीटीसी किए हुए छात्र आवेदन कर सकते हैं। क्योंकि प्राइमरी स्कूल के लिए बीटीसी को प्राथमिकता दी जाती है। इस वैकेंसी में b.ed किए हुए छात्र भी आवेदन कर सकते हैं।

आपकी सुविधानुसार बीएड व बीटीसी कोर्स में जो भी अच्छा लगे उस कोर्स के साथ अपना करियर बना सकते हैं।

निष्कर्ष – बीटीसी और b.ed में अंतर

हमें आशा है कि इस आर्टिकल में दी गई जानकारी आपके लिए फायदेमंद साबित हुई होगी। इस आर्टिकल को पढ़कर आप इस निर्णय तक पहुंच गए होंगे कि आपको अपने अध्यापन कार्य के लिए किस कोर्स (b.ed या btc) के साथ आगे बढ़ना है। 

अगर आपके मन में बीटीसी और b.ed में अंतर से संबंधित कोई भी सवाल हो तो हमारे साथ जरूर शेयर करें। हम आपके सवालों का निवारण करने की पूरी कोशिश करेंगे।

11 thoughts on “B.Ed और BTC में क्या अंतर है? जाने कौन है बेहतर बीएड या बीटीसी 2023”

  1. यदि आप 12वीं के बाद कम समय में ही हर हाल में सरकारी नौकरी पाना चाहते हैं। साथ ही सिर्फ प्राइमरी और जूनियर टीचर बनना चाहते हैं। तो आपके लिए बीटीसी कोर्स ज्यादा सही रहेगा। लेकिन यदि आप जूनियर टीचर, टीजीटी और पीजीटी या खंड शिक्षा अधिकारी बनना चाहते हैं। तो आप बीएड कोर्स कीजिए। आप अपने राज्य में प्राथमिक स्कूल की संख्या के आधार पर बीटीसी कोर्स कर सकते हैं। क्योंकि प्राइमरी टीचर भर्ती जल्दी और ज्यादा वेकेंसी में आती है।

    याद रखिए कि कुछ राज्यों ने प्राइमरी टीचर बनने के लिए सिर्फ बीटीसी (d.el.Ed) कोर्स किए छात्रों को ही प्राथमिकता दी है। जबकि कुछ राज्यों ने ncte के अनुसार बीएड डिग्री कोर्स किए हुए छात्रों को भी प्राइमरी टीचर भर्ती में शामिल किया हैं।

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  2. बीएड करने के बाद आप प्राइमरी, जूनियर, 10+2 स्कूल में अध्यापक के अलावा एजुकेशन फील्ड में BEO, BSA पद में भी करियर बना सकते हैं।

    बीटीसी के बाद आप सिर्फ प्राइमरी और जूनियर स्कूल में ही शिक्षक बन सकते हैं।

    ज्यादा वेकेंसी प्राइमरी और जूनियर स्तर पर आती हैं और इसमें जॉब के अधिक अवसर भी होते हैं। यदि आपने अभी बीटीसी या बीएड नही किया है और करना चाहते हैं तो कोशिश कीजिए बीएड करें

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  3. सर,
    मुझे प्राइमरी स्कूल की अध्यापिका बनना है ।
    और अभी मैं B.A कर रही हुं लेकिन मुझे समझ नहीं आ रहा है कि मैं कोन सा कोर्स करु BTC ya B.ed ya B.ad क्या करना चाहिए मुझे

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  4. Sir I graduated B.SC. I have done with Bio and I have 33 years ahead, have I got my B.Ed. Or is it right to do BTC or not. sir plz guide

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  5. सर , मैं प्राइमरी स्कूल की अध्यापिका बनना चाहती हूं । मैंने ग्रेजूएशन bio से 2020 मे किया था । सर क्या मैं btc कर सकती हूं but btc करने के बाद मुझे tet ,ctet ,stet के एक्जाम भी देने पड़ेंगे क्या

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