डी एड फुल फॉर्म व डी एड कोर्स क्या है D.Ed Course Details Hindi

नमस्कार दोस्तों, अगर आपको टीचिंग में इंटरेस्ट है। छात्रों को पढ़ाना अच्छा लगता है या फिर शिक्षा क्षेत्र में करियर बनाना चाहते हैं। तो डीएड कोर्स के साथ अपना डिप्लोमा कोर्स करके अध्यापन का कार्य कर सकते हैं। यहां पर D.Ed course details in Hindi यानी डीएड कोर्स के बारे में बताया गया है।

d.ed course details hindi

डी एड कोर्स करने के बाद आप सरकारी/प्राइवेट जॉब करने योग्य हो जाते हैं। अगर आप डीएड कोर्स के बारे में जानना चाहते हैं तो इस आर्टिकल को जरूर पढ़ें। यहां पर बताया गया है कि D.Ed course kya hai डी एड के लिए योग्यता, डी एड एडमिशन फीस व डी एड कितने साल का कोर्स है इस प्रकार D.Ed Course Details In Hindi.

D.Ed Ka Full Form क्या है

D.ed Full Form in Hindi– डी एड का फुल फॉर्म “डिप्लोमा इन एजुकेशन” होता है जिसे हिंदी में “शिक्षा में डिप्लोमा” कहते हैं। एक प्रकार से यह शिक्षकों के लिए ट्रेनिंग प्रोग्राम है। कैंडिडेट जिन्होंने डीएड कोर्स पूरा कर लिया है वे प्राथमिक स्तर के स्कूल में टीचर बनने योग्य हो जाते हैं।

डी एड कोर्स क्या है

D.ed Kya Hai? डी एड यानि डिप्लोमा इन एजुकेशन टीचर ट्रेनिंग प्रोग्राम है। डीएड कोर्स ऐसे छात्र कर सकते हैं जिन्हें टीचिंग में करियर बनाना हो, शिक्षा का महत्व, पढ़ाने की तरह – तरह की विधि आदि जानना हो। 

छात्र जिन्होंने 10+2 पूरा कर लिया है और 12वीं में कम से कम 50 % मार्क्स हो। डीएड कोर्स करने वाले छात्र सरकारी स्कूलों में टीचर, लाइब्रेरियन, असिस्टेंट टीचर आदि बन सकते हैं।

डी एड के लिए योग्यता 

आइए अब बात करते हैं D.Ed ke liye qualification in Hindi. डी एड कोर्स करने के लिए योग्यता क्या होनी चाहिए। ऐसे छात्र जो डी एड कोर्स करना चाहते हैं, उन्हें डीएड कोर्स के एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया पर ध्यान देना होगा।

  • डी एड कोर्स करने के लिए छात्र सरकारी मान्यता प्राप्त किसी भी बोर्ड से 12वीं पास हो।
  • 12वीं में छात्र के बोर्ड एग्जाम में कम से कम 50% मार्क्स हो।
  • अलग-अलग इंस्टिट्यूट में d.ed course eligibility criteria भिन्न हो सकता है। इसलिए आप जिस भी इंस्टीट्यूट से डीएड कोर्स करना चाहते हैं, उनके एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया पर जरूर ध्यान दें।

डी एड कोर्स कैसे करें

D.ed course kaise kare या डी एड में एडमिशन कैसे लें? आप डी एड कोर्स रेगुलर बेसिस पर या फिर डिस्टेंस से कर सकते हैं। आपको डी एड में एडमिशन लेने के लिए एंट्रेंस एग्जाम देना होगा। क्योंकि ज्यादातर इंस्टीट्यूट एंट्रेंस एग्जाम के परफॉर्मेंस के आधार पर डी एड के लिए एडमिशन करते हैं। हालांकि कुछ ऐसे भी संस्थान हैं जो मेरिट के आधार पर भी d.ed कोर्स में एडमिशन करते हैं।

डी एड में एडमिशन कैसे लें

एंट्रेंस एग्जाम के जरिए डी एड में एडमिशन – जो भी छात्र डी एड कोर्स में एडमिशन एंट्रेंस एग्जाम के जरिए लेना चाहते हैं यहां बताए गए स्टेप्स फॉलो करें। 

  • डी एड कोर्स के लिए राज्य स्तर पर एंट्रेंस एग्जाम आयोजित किए जाते हैं। हालांकि कुछ संस्थान खुद ही एंट्रेंस एग्जाम करवाते हैं।
  • आप जिस एंट्रेंस एग्जाम के जरिए एडमिशन लेना चाहते हैं उसके लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन पूरा कीजिए।
  • एंट्रेंस एग्जाम ऑनलाइन या ऑफलाइन कराए जाते हैं, कैंडिडेट को एग्जाम क्वालीफाई करना होता है।
  • अंत में एग्जाम क्वालीफाई किए हुए छात्रों की लिस्ट निकलती है, जिसके बाद डी एड एडमिशन के लिए काउंसलिंग होती है।
  • एडमिशन के फाइनल स्टेज में डॉक्युमेंट वेरीफिकेशन और फीस पेमेंट होता है। इंस्टीट्यूट/कॉलेज के द्वारा डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के बाद ही डीएड कोर्स के लिए एडमिशन होता है।

मेरिट के आधार पर डी एड कोर्स में एडमिशन

डीएड कोर्स के एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया को पूरा करने के बाद कैंडिडेट को कॉलेज / इंस्टिट्यूट में आवेदन करना होगा। आवेदन ऑनलाइन या ऑफलाइन मोड से हो सकता है। 

  • 10+2 के मार्क्स के आधार पर कॉलेज / इंस्टिट्यूट मेरिट लिस्ट जारी करते हैं।
  • मेरिट लिस्ट में नाम होने पर इंस्टीट्यूट द्वारा काउंसलिंग प्रोसेस में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया जाता है।
  • अंत में इंस्टीट्यूट द्वारा आवश्यक डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन किया जाता है उसके बाद फीस पेमेंट।
  • डॉक्यूमेंट वेरीफाइड होने व फीस पेमेंट होने के बाद डी एड के लिए एडमिशन किया जाता है।

डिस्टेंस से डी एड कोर्स करें 

ऐसे छात्र जो डीएड कोर्स रेगुलर बेसिस पर करने में असमर्थ होते हैं। वे डिस्टेंस लर्निंग प्रोग्राम के साथ यह कोर्स कर सकते हैं। डिस्टेंस से डीएड कोर्स की एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया रेगुलर डीएड कोर्स के जैसे ही है।

  • आप जिस इंस्टीट्यूट से d.ed डिस्टेंस से करना चाहते हैं उसके द्वारा मांगे गए डॉक्यूमेंट देना होता है।
  • रजिस्ट्रेशन प्रोसेस ऑनलाइन या ऑफलाइन होता है।
  • डिस्टेंस से डी एड के लिए एडमिशन मेरिट के आधार पर होता है। 
  • बहुत सी इंस्टीट्यूट एंटरेंस एक्जाम की मेरिट लिस्ट के आधार पर डिस्टेंस से डी एड के लिए एडमिशन करते हैं।

डीएड कोर्स के बाद सैलरी

डी एड कोर्स करने के बाद आप प्राइवेट व गवर्नमेंट सेक्टर में जॉब कर सकते हैं। प्राइवेट जॉब के मुकाबले सरकारी नौकरी में ज्यादा सैलरी होती है। D.ed कोर्स के बाद फ्रेशर की वार्षिक सैलरी ₹200000 से ₹300000 होती है। यह सैलरी एक्सपीरियंस के साथ बढ़ती जाती है। 10 वर्ष के अनुभव में डी एड ग्रैजुएट्स की वार्षिक सैलरी ₹400000 से ₹600000 होती है।

D.Ed Ke Baad Kya Kare

अधिकतर छात्र डी एड कोर्स करने के बाद एजुकेशन फील्ड में करियर की शुरुआत करते हैं। वे सरकारी या प्राइवेट स्कूलों में अध्यापन का कार्य कर सकते हैं। आप डी एड कोर्स करने के बाद आगे की पढ़ाई भी कर सकते हैं।

डी एड ग्रैजुएट्स के लिए जॉब प्रोफाइल

डी एड कोर्स करने के बाद वे निम्नलिखित जॉब प्रोफाइल में सरकारी और प्राइवेट सेक्टर में नौकरी कर सकते हैं। 

  • अध्यापक के रूप में
  • काउंसलर बन सकते हैं
  • लेखक बन सकते हैं
  • ट्यूटर फॉर एजुकेशन कोऑर्डिनेटर बन सकते हैं

डीएड कोर्स के बाद आप प्राथमिक स्तर के सरकारी स्कूल में अध्यापक बन सकते हैं। अगर उन्हें लेखन कार्य पसंद है तो वह फ्रीलांस कंटेंट राइटिंग कर सकते हैं। डी एड करने के बाद आप होम ट्यूटर बन सकते हैं। 

डी एड के बाद करियर स्कोप के क्षेत्र

डी एड कोर्स करने के बाद कंडिडेट शिक्षा से जुड़ा रहता है। वह टीचिंग सेक्टर में करियर स्थापित करता है। ग्रेजुएट सरकारी और प्राइवेट सेक्टर में जॉब कर सकता है। d.ed के बाद नौकरी के क्षेत्र होते हैं – प्राथमिक स्कूल, कॉलेज, प्राइवेट कोचिंग इंस्टिट्यूट, वेब पोर्टल आदि।

डी एड कोर्स करने के फायदे

अभी तक हमने d.ed course details Hindi प्राप्त कर लिए हैं। अब बात करते हैं D.Ed karne ke fayde क्या है? डी एड करने से क्या होता है व कौन सी नौकरी मिलती है। डी एड कोर्स करने के बहुत फायदे होते हैं।

  • डी एड कोर्स करने के बाद उम्मीदवार प्राथमिक स्तर के स्कूल में सरकारी अध्यापक बन सकता है।
  • इस कोर्स को करने से कंडिडेट के अंदर बहुत सी स्किल डेवलप होती हैं। जिनके माध्यम से वह स्टूडेंट को दोस्ताना तरीके से पढ़ाने में सक्षम हो पाते हैं। 
  • d.ed कोर्स करने के बाद कैंडिडेट कोचिंग संस्थान, सरकारी / प्राइवेट स्कूल में अध्यापक बन सकते हैं।

D.ed कोर्स की फीस

डी एड कोर्स एडमिशन फीस अलग-अलग कॉलेज में भिन्न होती है। d.ed कोर्स की वार्षिक फीस ₹15000 से लेकर ₹50000 तक किया इससे ज्यादा भी हो सकती है। 

भारत में टॉप डी एड एंट्रेंस एग्जाम

उत्तराखंड d.ed कॉमन एंट्रेंस टेस्ट, मेघालय डी एड एंट्रेंस एग्जाम, एम पी डी एड एंट्रेंस एग्जाम, हरियाणा d.ed एंट्रेंस एग्जाम, एससीईआरटी (SCERT) पंजाब डी एड एंट्रेंस एग्जाम, डी एड कॉमन एंट्रेंस टेस्ट महाराष्ट्र (MSCE), असम SCERT डी एड एंट्रेंस एग्जाम आदि।

डी एड के लिए भारत में टॉप कॉलेज

डीएड कोर्स कहां से और किस यूनिवर्सिटी से करें। यह तो बहुत से फैक्टर्स पर निर्भर करता है, जैसे कि एंट्रेंस एग्जाम, आपकी आर्थिक स्थिति, इंस्टिट्यूट में उपलब्ध सुविधा आदि।

  • एमिटी यूनिवर्सिटी, नोएडा जिसकी टोटल फीस लगभग ₹500000 से लेकर ₹600000 है।
  • UPRTOU, इलाहाबाद जिसमें डी एड कोर्स की टोटल फीस लगभग ₹5000 है।
  • मध्य प्रदेश भोज ओपन यूनिवर्सिटी जिसमें डी एड कोर्स की टोटल फीस लगभग ₹20 हजार है।
  • जयपुर नेशनल यूनिवर्सिटी, जयपुर
  • RKDF यूनिवर्सिटी, भोपाल जहां पर डी एड कोर्स की टोटल फीस लगभग ₹100000 है।

निष्कर्ष – D.Ed Course Details in Hindi

हमें आशा है कि इस आर्टिकल में मौजूद डी एड कोर्स की जानकारी आपको पसंद आई होगी। इस आर्टिकल में d.ed कोर्स के बारे में विस्तार से बताया गया है। अगर आपको d.ed कोर्स से संबंधित कोई जानकारी चाहिए या कोई सवाल हो तो आप हमारे साथ साझा कर सकते हैं।

4 thoughts on “डी एड फुल फॉर्म व डी एड कोर्स क्या है D.Ed Course Details Hindi”

  1. जी हां, d.Ed के बाद गवर्नमेंट टीचर बनने के लिए TET एग्जाम क्वालीफाई करना होगा।

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