ITI Ke Baad Kya Kare : जानें आईटीआई करने से क्या होता है फायदा

आईटीआई (ITI) का मतलब होता है ‘औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान’, जिसकी स्थापना का मुख्य उद्देश्य भारतीय छात्रों को व्यावसायिक प्रशिक्षण तक पहुंच प्रदान करना है। एक प्रकार से आईटीआई के जरिए छात्रों को विभिन्न औद्योगिक क्षेत्रों में प्रोफेशनल ट्रेनिंग दी जाती है। ITI कर रहे विद्यार्थियों में सबसे उलझन भरा सवाल होता है कि वे iti ke baad kya kare? आईटीआई करने के बाद क्या करना चाहिए और इसके फायदे क्या हैं?

आईटीआई के बाद क्या करें
ITI के बाद क्या करे

आईटीआई का कोर्स पूरा करने के बाद छात्रों को नेशनल ट्रेड सर्टिफिकेट (NTC) दिया जाता है।  आईटीआई का प्राथमिक लक्ष्य आठवीं से बारहवीं कक्षा के विद्यार्थियों को तकनीकी प्रशिक्षण प्रदान करके कार्यबल के लिए तैयार करना है। आईटीआई करने के बाद छात्रों के लिए नौकरी के भी बहुत अवसर उपलब्ध होते हैं। आईटीआई छात्रों के करियर विकल्प और बेहतरीन करियर ऑपर्च्युनिटी के बारे में यहां पर बताया गया है।

ITI Ke Baad Kya Kare

ITI करने के बाद छात्रों के पास मुख्य रूप से 2 विकल्प होते हैं। पहला विकल्प होता है कि वे आईटीआई करने के बाद पढ़ाई जारी रखते हुए अपनी स्किल को और बेहतर बनाने के लिए अन्य डिप्लोमा या सर्टिफिकेट कोर्स करें। दूसरा विकल्प होता है कि वे अपनी आईटीआई ट्रेड से संबंधित सरकारी व गैर सरकारी क्षेत्रों में नौकरी की तलाश करें।

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आईटीआई पाठ्यक्रम ज्यादातर ग्रामीण परिवेश के छात्रों के बीच बहुत अधिक लोकप्रिय होता है। जिसकी मुख्य वजह है इंजीनियरिंग या गैर-इंजीनियरिंग ट्रेड में इसके द्वारा डिज़ाइन किए गए स्किल डेवलपमेंट से संबंधित पाठ्यक्रम। आईटीआई करने के बाद आप आसानी से सरकारी और निजी स्तर की नौकरियां पा सकते हैं।

साथ ही अगर आप आईटीआई करने के बाद आगे की पढ़ाई करना चाहते हैं। तो आप आईटीआई के बाद पॉलिटेक्निक कर सकते हैं और पॉलिटेक्निक के बाद स्नातक डिग्री के लिए पढ़ाई कर सकते हैं।

आईटीआई के बाद डिप्लोमा कोर्स

अब बात करते हैं आईटीआई के बाद पढ़ाई जारी रखते हुए अपनी स्किल को निखारने के लिए डिप्लोमा या सर्टिफिकेट कोर्स करें। जिन छात्रों ने टेक्निकल या इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम में आईटीआई प्रशिक्षण पूरा कर लिया है, वे विभिन्न इंजीनियरिंग डिप्लोमा कोर्सेज में एडमिशन ले सकते हैं। 

इंजीनियरिंग में डिप्लोमा पाठ्यक्रम का प्रैक्टिकल व थ्योरेटिकल पार्ट छात्रों को टेक्निकली बहुत ही मजबूत बनाते हैं। साथ ही इंजीनियरिंग क्षमताओं को विकसित करने में सहायता करते हैं।

अखिल भारतीय व्यापार परीक्षण (AITT)

ऑल इंडिया ट्रेड टेस्ट (AITT) आईटीआई सिलेबस पूरा होने के बाद आईटीआई छात्रों के लिए एक बेहतर टेस्ट परीक्षा होती है। जो ऑल इंडिया ट्रेड टेस्ट NCVT (नेशनल काउंसिल फॉर वोकेशनल ट्रेनिंग) द्वारा आयोजित की जाती है। यह परीक्षा वस्तुतः एक कौशल परीक्षा है जो आईटीआई छात्रों को प्रमाणित करती है।

AITT पास करने के बाद, छात्रों को संबंधित ट्रेड में NCVT द्वारा नेशनल ट्रेड सर्टिफिकेट (NTC) से सम्मानित किया जाता है। और इसका सर्टिफिकेट कई इंजीनियरिंग ट्रेडों में NTC डिप्लोमा, डिग्री के बराबर होता है।

ITI के बाद नौकरी

आईटीआई कोर्स पूरा करने के बाद, आईटीआई प्रमाणपत्र धारक apprenticeship प्रशिक्षण के लिए जा सकते हैं और यह प्रशिक्षण केवल एक और दो साल का होता है। जिसमें लगभग ₹5000 से ₹15000 प्रति माह. स्टाइपेंड मिलता है। सार्वजनिक या निजी क्षेत्र के संगठनों में apprenticeship धारकों की बहुत अधिक मांग होती है।

आईटीआई करने के बाद प्रतियोगी परीक्षाओं के माध्यम से आईटीआई धारकों के लिए स्थायी नौकरियां भी उपलब्ध हैं। लगभग हर महीने, सरकारी संगठन और सार्वजनिक क्षेत्र की इकाइयाँ नौकरी अधिसूचनाएँ ऑनलाइन या कागजी विज्ञापनों के माध्यम से सूचित करती हैं।

आईटीआई करने के बाद आप विभिन्न पब्लिक सेक्टर में नौकरी कर सकते हैं। जैसे कि रेलवे, टेलीकॉम/BSNL, इंडियन आर्मी सहित विभिन्न सैन्य बल में जॉब तलाश सकते हैं।

आईटीआई के बाद प्राइवेट सेक्टर में जॉब

प्राईवेट सेक्टर के अंतर्गत व्यवसाय विशिष्ट नौकरियों में विनिर्माण और यांत्रिकी के बारे में कुशल ज्ञान रखने वाले आईटीआई छात्रों को रोजगार के बहुत अवसर हैं।  निजी क्षेत्र के अंतर्गत मुख्य क्षेत्र जहां आईटीआई छात्र अत्यधिक कार्यरत हैं, उनमें निर्माण, कृषि, कपड़ा, ऊर्जा और कुछ निर्दिष्ट नौकरी प्रोफ़ाइल जैसे इलेक्ट्रॉनिक्स, वेल्डिंग, रेफ्रिजरेशन और एयर-कंडीशनर मैकेनिक शामिल हैं।

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