Software Engineer Kaise Bane | साफ्टवेयर इंजीनियरिंग जानकारी

आज हम जानेंगे सॉफ्टवेयर इंजीनियर क्या है? Software Engineer Kaise Bane सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग में करियर कैसे बनायें? इस प्रकार सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग से संबंधित जानकारी। यह आर्टिकल साॅफ्टवेयर इंजीनियरिंग मे उच्च करियर स्थापित करने मे मददगार साबित होगा।

Software engineer kaise bane

अगर आप स्टूडेंट हो और सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनना चाहते हैं। या फिर सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग से रिलेटेड जानकारी खोज रहे हैं। तो आपकी एंट्री बिल्कुल सही जगह हुई है। इस आर्टिकल मे सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग से रिलेटेड जानकारी जैसे कि सॉफ्टवेयर इंजीनियर क्या है?

सॉफ्टवेयर इंजीनियर कैसे बने? सॉफ्टवेयर इंजीनियर सैलरी कितनी होती है? सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग कोर्स फीस कितनी होती है? सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग फीस तथा सॉफ्टवेयर इंजीनियर के कार्य क्या होते हैं? इस तरह पूरी जानकारी साझा की गई है।

तो यह जानने से पहले कि Software Engineer Kaise Bane? हम जानते हैं कि सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग क्या है?

सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग क्या है

Software Engineering (सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग) एक तरह से कंप्यूटर इंजीनियरिंग कोर्स है। जिसके बहुत से प्रकार हैं। सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग में लोगों की आवश्यकताओं को देखते हुए ऐप्स , सॉफ्टवेयर, कंप्यूटर प्रोग्राम आदि डेवलप किया जाता है। 

सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग में अलग – अलग कंप्यूटर लैंग्वेज का ज्ञान होना चाहिए। जिसके जरिए सॉफ्टवेयर डेवलप करना, टेस्टिंग करना और फिर सॉफ्टवेयर को लॉन्च करना व सॉफ्टवेयर को मेनटेन कर पाना संभव हो पाता है।

Software engineering में आपको कंप्यूटर प्राग्रामिंग लैंग्वेज जैसे कि Java, Python, C++ और Scala आदि सीखना होता है। इन कंप्यूटर लैंग्वेज को सीखकर ही आप सॉफ्टवेयर डेवलप व मेनटेन करने के योग्य हो पाते हैं।

भारत में सॉफ्टवेयर इंजीनियर कैसे बने

Software engineer बनने के लिए कंप्यूटर साइंस या इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी से रिलेटेड कोर्सेज करना होगा। सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनने के लिए आपके पास शैक्षिक योग्यता, स्किल्स, प्रोग्रामिंग लैंग्वेज का ज्ञान होना चाहिए।

टेक्नोलॉजी की बदलती दुनिया में आईटी कंपनियां सबसे ज्यादा जॉब के अवसर प्रदान करती हैं। आईटी कंपनी में प्रवेश करने के बहुत से रास्ते हैं। लेकिन इस ब्रांच में आपको शॉर्टकट रास्ता मिल पाना मुश्किल है।

Software engineer के रूप में अपना करियर बनाने के लिए आपको कंप्यूटर साइंस या फिर इससे रिलेटेड क्षेत्र में डिग्री प्राप्त करना होगा। आपके पास कम से कम बैचलर डिग्री जरूर होनी चाहिए।

Computer science से पढ़ाई करके आप सॉफ्टवेयर डेवलप करना आसानी से सीख सकते हैं। यहां पर आप रियल सॉफ्टवेयर डेवलप करने की कोडिंग भी सीख पाएंगे।

Software engineer बनने के लिए जरूरी स्टेप्स बताए गए हैं। जिन्हे फॉलो करके आप Software Engineering तक का सफर तय कर सकते हैं।

सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनने के लिए डिग्री (सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनने के योग्यता)

एजुकेशन – Software Engineer बनने के मुख्य तीन रास्ते होते हैं।

  1. स्टूडेंट साइंस (PCM) से 12th पास करें। उसके बाद कंप्यूटर साइंस में B.Tech डिग्री प्राप्त करें। इसके बाद कंप्यूटर साइंस से ही M.Tech डिग्री अर्जित करें।
  2. स्टूडेंट साइंस (PCM) से 12th पास करके BCA और उसके बाद MCA करके साफ्टवेयर इंजीनियर बन सकते हैं।
  3. स्टूडेंट साइंस( मैथ्स ) से बारहवीं पास करके B.Sc-IT करें फिर MCA 
 

BCA (बैचलर इन कंप्यूटर एप्लीकेशन) – तीन वर्ष का यूजी कोर्स , बीसीए कोर्स फीस लगभग 3 लाख रुपए , BCA कोर्स लेवल – अंडरग्रैजुएट डिग्री , 10+2 में पीसीएम से कम से कम 50%
एडमिशन प्रोसेस – मेरिट या एंट्रेंस एग्जाम के द्वारा

MCA (मास्टर इन कंप्यूटर एप्लीकेशन) – बीसीए स्टूडेंट के लिए 2 वर्ष का कोर्स , एलिजिबिलिटी – बीसीए डिग्री प्राप्त करने के बाद एमसीए

बी.टेक इन कंप्यूटर साइंस – 4 वर्ष का कोर्स , कोर्स फीस – 2 लाख से 10 लाख रुपए , कोर्स टाइप – अंडरग्रैजुएट , एलिजिबिलिटी – 10+2 में कम से कम 55% ( 50% रिजर्व कैटेगरी )

एडमिशन प्रोसेस – मेरिट या एंट्रेंस एग्जाम

बी.एससी इन कंप्यूटर साइंस – 12 या डिप्लोमा के बाद 3 वर्ष का अंडरग्रैजुएट कोर्स , एलिजिबिल्टी – 10+2 में 45% मार्क्स 

Software engineers हायर करने वाली ज्यादातर कंपनियां चार साल की डिग्री ज्यादा पसंद करती हैं। हालांकि आप दो साल की एसोसिएट डिग्री के साथ भी साफ्टवेयर इंजीनियर बन सकते हैं। आईटी दुनिया के लिए आपकी डिग्री साफ्टवेयर सिस्टम इंजीनियरिंग, कंप्यूटर साइंस या सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग टेक्नोलॉजी आदि से संबंधित होनी चाहिए। जिसकी मान्यता अधिक है।

Software Engineer Kaise Bane – जरूरी स्टेप्स

Software engineer skills – वैसे तो कंपनी अपने कंडीडेट में एक्सपीरियंस पर ज्यादा ध्यान देती हैं। लेकिन सॉफ्टवेयर इंजीनियर के लिए जरूरी स्किल पर जरूर नजर रखती है।

Software engineer बनने के लिए कुछ स्किल्स जिनके बारे में हमने डिस्कस किया है। आप स्किल्स डेवलप करने के लिए अलग से स्टडी व रिसर्च कर सकते है। 

इंटर्नशिप – इंटर्नशिप से स्टूडेंट्स को अपने स्किल्स को डेवलप करने, एक्सपीरियंस प्राप्त करने व सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट नॉलेज बढ़ाने में मदद मिलती है।

इंटर्नशिप आपको ऐसे संपर्क बनाने में भी मदद करती है। जो आपके भविष्य में करियर के प्रयासों में उपयोगी हो सकते हैं। इसलिए इंटर्नशिप को नजरंदाज नही कर सकते।

कंप्यूटर प्रोग्राम का अभ्यास – आपको कम से कम पायथन, रूबी, जावास्क्रिप्ट, C# और C++ प्रोग्रामिंग भाषा आनी चाहिए। प्रोग्रामिंग कोडिंग का निरंतर अभ्यास करना चाहिए।

Software Engineer क्या काम करता है? साफ्टवेयर इंजीनियर वर्क

वैसे सॉफ्टवेयर इंजीनियर के मुख्य कार्य सॉफ्टवेयर डिजाइन करना , डेवलप करना तथा सॉफ्टवेयर परफॉर्मेंस चेक करके लोगों के सामने प्रस्तुत करना।

Software engineer के अन्य कार्य इस प्रकार हैं।
  1. Software engineer प्रोग्रामिंग कोड लिखते हैं।
  2. इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी प्रोजेक्ट्स मैनेज करते हैं।
  3. कंप्यूटर सिस्टम के फंक्शन चेक करते हैं कि वे सही ढंग से काम कर रहे हैं या नही
  4. उपलब्ध टेक्नोलॉजी और टूल्स का उपयोग करके कंप्यूटर के हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर का परीक्षण करते हैं।
  5. सॉफ्टवेयर प्रोग्राम को मोडिफाई करके इंप्रूवमेंट करते हैं।
  6. कंप्यूटर सॉफ्टवेयर में प्रॉबलम को ठीक करते हैं।
  7. इनफॉर्मेशन या कम्युनिकेशन सिस्टम के मॉडल्स विकसित करते हैं।
  8. सिस्टम विश्लेषकों, इंजीनियरों, प्रोग्रामर्स और अन्य लोगों के साथ मिलकर सिस्टम डिजाइन का काम व प्रोजेक्ट्स की लिमिटेशन , उसकी क्षमता, इंटरफेस तथा परफॉर्मेंस की आवश्यकताओं की सारी डिटेल्स एकत्रित करना।
  9. कस्टमर से मिलकर सॉफ्टवेयर सिस्टम डिजाइन व मेंटेनेंस पर चर्चा करना।
  10. सिस्टम की क्षमता व आवश्यकता को समझने के लिए डाटा को स्टोर करना, पुनःप्राप्त करना या उसमे बदलाव करना ।

Software Engineer के लिए स्किल्स

सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनने के लिए पढ़ाई के साथ साथ स्किल्स की भी डिमांड रहती है। सॉफ्टवेयर कंपनी सिर्फ डिग्री व पढ़ाई देखकर ही जॉब में नही रख लेती। कंडीडेट में सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग स्किल्स भी देखती हैं।

हम कुछ स्किल्स लिस्ट साझा कर रहे हैं जो एक Software engineer के पास होनी चाहिए।

  • कंप्यूटर प्रोग्रामिंग व कोडिंग – सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनने के लिए आपको कंप्यूटर प्रोग्रामिंग व कोडिंग का ज्ञान होना जरूरी होता है।
  • सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट – सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट में लोगों की आवश्यकताओं के अनुसार सॉफ्टवेयर को डिजाइन करना, डेवलप करना व परीक्षण करके लांच करना आदि शामिल है। 
  • स्टूडेंट सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट कोर्सेज करके सॉफ्टवेयर कंपनी के साथ इंटर्नशिप करके अपना एक्सपीरियंस बढ़ा सकते हैं।
  • जटिल टेक्निकल इनफॉरमेशन को एनालाइज कर पाना।
  • जावास्क्रिप्ट, लिनक्स/ यूनिक्स, पर्ल, शेल, जावा, रूबी, पीएचपी, पायथन, हैंड्स-ऑन एसक्यूएल, माइक्रोसॉफ्ट एएसपी.नेट एमवीसी, वेब एपीआई, नोड.जेएस आदि की नॉलेज ।
  • UI टूलकिट और फ्रेमवर्क से परिचित होना
  • बेहतर यूजर एक्सपीरियंस तैयार करना।
  • Java का ज्ञान व इस्तेमाल

Career Scope In Software Engineering – Hindi

Software engineering डिग्री के साथ आपके पास बहुत से Software Engineer Jobs व करियर ऑप्शन होते हैं।
आप एप्लीकेशन डेवलपर, साइबर सिक्योरिटी एनालिस्ट, मल्टीमीडिया प्रोग्रामर, डाटा साइंटिस्ट, पायथन डेवलपर, क्लाउड इंजीनियर, जावा डेवलपर, इनफॉर्मेशन सिस्टम मैनेजर, गेम डेवलपर, आईटी कंसल्टेंट, वेब डेवलपर, वेब डिजाइनर आदि के रूप में अपना करियर शुरू कर सकते हैं।

Best Software Engineering University – India

कंप्यूटर साइंस के लिए भारत में बेस्ट साफ्टवेयर इंजिनियरिंग यूनिवर्सिटी उनकी रेपुटेशन व उनकी फील्ड में रिसर्च के आधार पर लिस्ट दी गई है।

  • इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस (बंगलौर)
  • थापर यूनिवर्सिटी (पटियाला)
  • इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी खड़गपुर (खड़गपुर)
  • इंडियन स्टेटिस्टिकल इंस्टीट्यूट कोलकाता (कोलकाता)
  • इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी बॉम्बे (मुंबई)
  • इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी दिल्ली (न्यू दिल्ली)
  • वेल्लोर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (तमिलनाडु)
  • इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी मद्रास (चेन्नई)
  • इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी कानपुर (कानपुर)
  • इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी रुड़की (रुड़की)

भारत में सॉफ्टवेयर इंजीनियर की 1 महीने की सैलरी कितनी होती है?

भारत में सॉफ्टवेयर इंजीनियर की अनुमानित शुरुआती सैलरी 30,000 ₹ – 1,00,000 ₹ मासिक होती है। कभी कभी टाटा जैसी बड़ी प्राइवेट कंपनी में सॉफ्टवेयर इंजीनियर को शुरुआत से ही 1,00,000 ₹ ( अनुमान ) मासिक वेतन दिया जाता है।

सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग फीस कितनी होती है?

सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनने के लिए किए गए कोर्सेज व कॉलेज के अनुसार पैसा लगता है। जैसे बेस्ट आईआईटी से सॉफ्टवेयर इंजीनियर के लिए b.tech डिग्री प्राप्त करने के लिए 6 से 7 लाख रुपए का खर्च हो सकता है।

सॉफ्टवेयर इंजीनियर के क्या काम होते हैं?

सॉफ्टवेयर इंजीनियर के प्रमुख कार्य सॉफ्टवेयर डेवलप करना, प्रोग्रामिंग करना, कंप्यूटर या लैपटॉप सॉफ्टवेयर डेवलप करना, एप्लीकेशन डेवलप करना, नए नए सॉफ्टवेयर डिजाइन करना तथा उनका पूर्ण परीक्षण करके साफ्टवेयर लॉन्च करना आदि होते हैं।

सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनने के लिए कौन सी पढ़ाई करनी पड़ती है?

सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग कोर्स – 12th साइंस (मैथ्स) से पास करके कंप्यूटर साइंस या इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी से संबंधित कोर्स करके डिग्री प्राप्त करना होता है। b.tech कंप्यूटर साइंस डिग्री आदि।

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