यहां पर हम जानेंगे कि पटवारी क्या होता है? पटवारी कैसे बने (How to become a patwari Hindi) पटवारी बनने की योग्यता और पटवारी की सैलरी कितनी होती है? इस प्रकार पटवारी बनने से संबंधित संपूर्ण जानकारी दी गई है।
आज हम गवर्नमेंट जॉब प्रोफाइल “पटवारी” के बारे में बताने जा रहे हैं। जिसमे आप अपना उच्च करियर बना सकते हैं। आप 12वीं पास हैं और नौकरी की तलाश कर रहे हैं। तो राज्य सरकार की इस नौकरी में अपना करियर बना सकते हैं।
पटवारी को लेखपाल के नाम से भी जाना जाता है। पटवारी राजस्व विभाग का अधिकारी होता है। गांव की भूमि से जुड़े अभिलेखों को सरकारी तौर पर सुरक्षित रखने की जिम्मेदारी पटवारी की होती है। तो आइए विस्तार से जानते हैं कि Patwari Kaise Bane व पटवारी की तैयारी कैसे करे? पटवारी सिलेबस इस प्रकार पटवारी की पूरी जानकारी।
पटवारी क्या होता है (What is Patwari in Hindi)
पटवारी सरकारी राजस्व अधिकारी होता है। जो भारत सरकार द्वारा निर्धारित ग्रामीण क्षेत्रों की जमीन के स्वामित्व व गांव की जमीन से जुड़ी पूरी जानकारी सरकारी तौर पर रिकॉर्ड रखता है।
पटवारी गांव का प्रशासनिक अधिकारी होता है। इस प्रशासनिक अधिकारी के लिए पटवारी शब्द ज्यादातर उत्तर और मध्य भारत में इस्तेमाल किया जाता है। तलाटी , पटनायक , पटेल , कर्णम आदि नामों से भी पटवारी को जाना जाता है।
पटवारी के लिए योग्यता क्या होनी चाहिए?
इस सेक्शन में जानेंगे पटवारी के लिए योग्यता या Patwari Ke Liye Qualification क्या होनी चाहिए? पटवारी चयन परीक्षा मे बैठने के लिए और Patwari Ke Liye Yogyata का मापदंड क्या हैं?
पटवारी बनने के लिए शैक्षणिक योग्यता में 12वीं पास व किसी सब्जेक्ट की बैचलर डिग्री, आयु सीमा 18 से 40 वर्ष तथा अन्य प्रकार के दस्तावेज आदि की मौजूदगी भी चयन से पहले सुनिश्चित कर लेना चाहिए।
पटवारी भर्ती के लिए शैक्षणिक योग्यता
- पटवारी भर्ती के लिए शैक्षणिक योग्यता मे उम्मीदवार के पास कंप्यूटर नॉलेज के साथ किसी भी विषय की बैचलर डिग्री होनी चाहिए। कंडीडेट को कंप्यूटर में हिंदी टाइपिंग में एक्सपर्ट व सीपीसीटी ( cpct ) स्कोरकार्ड अनिवार्य है।
- अगर उम्मीदवार के पास CPCT स्कोरकार्ड दस्तावेज उपलब्ध नही हैं । तो वे चयन के दो वर्ष के भीतर महत्वपूर्ण दस्तावेज उपलब्ध करा सकते हैं।
- पटवारी भर्ती परीक्षा के लिए शैक्षणिक योग्यता के अंतर्गत उम्मीदवार का दशवी व बारहवीं का सर्टिफिकेट और मार्क्स सीट होनी चाहिए । कंप्यूटर डिप्लोमा कोर्स भी जरूरी होता है। डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के समय सर्टिफिकेट जमा करना होता है।
पटवारी भर्ती में आयु सीमा
पटवारी भर्ती परीक्षा के लिए उम्मीदवार की आयु न्यूनतम 18 वर्ष व अधिकतम 40 वर्ष होनी चाहिए। कुछ आरक्षित वर्ग के लिए पटवारी भर्ती में आयु सीमा में छूट (age relaxation) का भी प्रावधान है।
जैसे एमपी पटवारी भर्ती मे एज रिलैक्सेशन इस प्रकार है। एससी / एसटी के लिए 5 वर्ष , ओबीसी के लिए 3 वर्ष तथा पीडब्ल्यूडी के लिए 5 वर्ष का age relaxation है।
पटवारी का सिलेबस (Patwari Syllabus Hindi)
आप जिस भी राज्य के पटवारी पद के लिए आवेदन करने जा रहे हैं। उस राज्य की ऑफिशियल वेबसाइट से पटवारी एग्जाम का सिलेबस (patwari syllabus) पता कर लें। हम पटवारी चयन परीक्षा के लिए कॉमन सिलेबस शेयर कर रहे हैं।
करेंट अफेयर्स व जीके – लगभग सभी सरकारी नौकरी में जीके व करेंट अफेयर्स से प्रश्न पूछे जाते हैं। पटवारी पद के लिए भी जीके के अंतर्गत संविधान, भारतीय इतिहास, खेल, राजनीतिक पक्ष तथा करेंट अफेयर्स से प्रश्न पूछे जाते हैं।
मैथ्स व रीजनिंग – पटवारी परीक्षा में गणित के ज्यादातर सवाल औसत , अनुपात , दशमलव , समय और कार्य , ब्याज दर आदि से संबंधित होते हैं। परीक्षा में सामान्य रीजनिंग के प्रश्न भी हल करने होते है।
इंग्लिश व हिंदी – लेखपाल की परीक्षा में सामान्य इंग्लिश जैसे टेंस , अपोजिट व सिनोनिम वर्ड , सेंटेंस अरेंजमेंट आदि। इसी तरह हिंदी में संधि , काल , क्रिया, वाक्यांश आदि से संबंधित सवाल होते हैं।
कंप्यूटर नॉलेज – पटवारी की परीक्षा में कंप्यूटर का नॉलेज भी अहम है। इसीलिए पटवारी भर्ती में डिप्लोमा कोर्स सर्टिफिकेट मांगा जाता है। आपको इनपुट आउटपुट , वर्ड प्रोसेसिंग , ऑपरेटिंग सिस्टम आदि से संबंधित जानकारी होनी चाहिए।
पंचायत सिस्टम – इस विषय में भारत के पंचायती राज व अनुच्छेद से संबंधित प्रश्न पूछे जाते हैं।
पटवारी एग्जाम के लिए राज्य से संबंधित जनरल नॉलेज की भी जानकारी होनी चाहिए।
Patwari Salary (पटवारी का वेतन)
पटवारी या लेखपाल का वेतन (Patwari Salary) अलग – अलग राज्यों में अलग – अलग हो सकता है। सामान्यतः पटवारी का वेतन लगभग 5200₹ – 20200₹ निर्धारित है। ग्रेड पे लगभग 2400 रुपए है। पटवारी की अधिकतम सैलरी 25000 ₹ ( अनुमानित ) होती है। जिसमे कई तरह के भत्ते भी शामिल होते हैं।
पटवारी बनने के लिए क्या करे?
राजस्व विभाग का अधिकारी यानी पटवारी या लेखपाल बनने के लिए आपको राज्य सरकार की न्यूज पर ध्यान देना होगा। राज्य सरकार समय समय पर पटवारी जैसे पदों की जानकारी साझा करती रहती है।
पटवारी के पदों के लिए वेकेंसी आने पर वे पटवारी के लिए योग्यता , पदों की संख्या व परीक्षा में आने वाले विषयों से संबंधित जानकारी मुहैया कराती है। अगर आप भी पटवारी बनना चाहते हैं। और जानना चाहते हैं कि Patwari Banne Ke Liye Kya Karna Chahiye ? तो यहां पर बताए गए स्टेप्स को फॉलो करें।
1. कक्षा 12 पास करें
पटवारी बनने के लिए शुरुआती स्टेप है। कि आप किसी भी मान्य बोर्ड से बारहवीं कक्षा पास करें। याद रहे इंटर के लिए वही सब्जेक्ट्स चुने जिनमे कि किसी एक सब्जेक्ट्स से ग्रेजुएशन पूरा कर सके। इसमें आपको आसानी होगी।
2. कंप्यूटर कोर्स करें
पटवारी बनने के लिए आपको किसी भी सब्जेक्ट्स में ग्रेजुएशन के साथ कंप्यूटर कोर्स भी जरूरी होता है। कंप्यूटर में हिंदी टाइपिंग व बेसिक डिप्लोमा कोर्स अनिवार्य है। यदि आपने BCA , बीएससी कंप्यूटर साइंस किया है तो आपको इस डिप्लोमा कोर्स की आवश्यकता नहीं होगी।
3. पटवारी परीक्षा की तैयारी करें
पटवारी परीक्षा में लगभग पांच सब्जेक्ट्स से प्रश्न पूछे जाते हैं। मैथ्स , जनरल हिंदी व इंग्लिश , रीजनिंग , बेसिक कंप्यूटर और करेंट अफेयर्स व जनरल नॉलेज आदि। पटवारी परीक्षा के पिछले वर्ष के पेपर सॉल्व करें। जिससे आपको आइडिया हो जायेगा कि एग्जाम का स्टैंडर्ड क्या है। उसी हिसाब से परीक्षा की तैयारी करें।
4. पटवारी के लिए आवेदन करें
राज्य सरकार पटवारी पदों में नियुक्ति के लिए अधिसूचना जारी करती है। आप इसके अनुसार पटवारी पद के लिए आवेदन करें। लिखित परीक्षा मे पास होने पर कंडीडेट को इंटरव्यू के लिए बुलाया जाता है।
सभी परीक्षाओं में पास होने होने पर कंडीडेट के अन्य दस्तावेज भी देखे जाते हैं। जैसे कि कंप्यूटर कोर्स सर्टिफेट आदि। कंडीडेट जिनके सभी परीक्षाओं में उत्तम मार्क्स व डॉक्यूमेंट्स वेरिफिकेशन प्रोसेस पूरा हो जाता है। उन्हें नियुक्ति पत्र दे दिया जाता है।
पटवारी का कार्य क्या होता है
उत्तर प्रदेश मे पटवारी को लेखपाल के नाम से जानते हैं। यह राजस्व विभाग का अधिकारी होता है। आइए जानते हैं पटवारी के क्या कार्य होते हैं?
- पटवारी अपने पटवार क्षेत्र की जमीन के कागजात , जमीन के नक्शे व भूमि से जुड़े अन्य डॉक्यूमेंट्स को सुरक्षित रखता है।
- पटवारी के पास रखे डॉक्यूमेंट्स में भूमि का मानचित्र , भूमि क्षेत्रफल , जमीन का मालिकाना हक़ आदि दर्ज होता है।
- पटवारी जमीन की बिक्री व खरीददारी का अभिलेख तैयार करता है।
- पटवारी गांव से भूराजस्व इकट्ठा करके तहसील मुख्यालय के कोषागार में जमा करता है।
- पटवारी गांव में आपातकालीन स्थिति जैसे गांव में बाढ़, सूखा , भूकंप , फसलों में रोग लगना आदि की जानकारी तहसील कार्यालय को भेजता है।
- राजस्व अभियानों के समय पटवारी गांव के राजस्व संबंधी डॉक्यूमेंट्स व अभिलेखों को अपडेट करता है।
- पटवारी सरकार द्वारा निर्धारित अन्य कार्य जैसे पशु गणना , आर्थिक गणना आदि भी करता है।
- पटवारी या लेखपाल अपने क्षेत्र के लोगों का आय , जाति व निवास प्रमाण पत्र भी बनाता है।
पटवारी बनने के लिए आपको कौन सी डिग्री चाहिए?
पटवारी बनने के लिए 12वीं की मार्क्स सीट के साथ किसी भी सब्जेक्ट में बैचलर डिग्री व कंप्यूटर डिप्लोमा कोर्स सर्टिफिकेट होना चाहिए।
पटवारी एग्जाम की तैयारी कैसे की जाए?
पटवारी की तैयारी के लिए टाइम टेबल बनाकर पढ़ाई करें। पटवारी एग्जाम के प्रीवियस इयर्स के पेपर सॉल्व करें। करेंट अफेयर्स व जनरल नॉलेज स्ट्रॉन्ग करें।
पटवारी बनने के लिए कौन सा सब्जेक्ट लेना चाहिए?
पटवारी बनने के लिए अपने राज्य के किसी सरकारी मान्यता प्राप्त बोर्ड से बारहवीं कक्षा पास करना होगा। 12वीं आर्ट्स , कॉमर्स या साइंस के सब्जेक्ट से पास करें। इसके बाद ग्रेजुएशन की डिग्री व कंप्यूटर कोर्स करें।
भारत मे पटवारी की ट्रेनिंग कैसे होती है?
पटवारी की थ्योरेटिकल ट्रेनिंग के साथ ही नौ महीने की प्रैक्टिकल ट्रेनिंग भी होती है। ट्रेनिंग के बाद चयनित अभ्यर्थियों की लिखित परीक्षा होती है।
Bahut badhiya jankari
सर आपके द्वारा दी गई जानकारी बहुत ही महत्वपूर्ण थी।
aapka bahut bahut dhanywad ki aapne patwari banne kii jankaari ko es article ke madhyam se detail me bataya hai, thank you so much sir for this valuable content.