12वीं के बाद पैरामेडिकल कोर्स : हेल्थकेयर मे करियर के लिए ये हैं बेस्ट कोर्स 2024

हेल्थकेयर इंडस्ट्री में डॉक्टरों के अलावा, पैरामेडिक्स की भी बहुत मांग है। पैरामेडिक्स को चिकित्सा क्षेत्र की नींव के रूप में भी जाना जाता है। पिछले कुछ वर्षों में इस क्षेत्र में बहुत ज्यादा विकास हुआ है। किसी भी बड़े अस्पताल में डॉक्टर के अलावा पैरामेडिक्स की संख्या अधिक होती है। हेल्थकेयर इंडस्ट्री में बेहतरीन करियर बनाने के लिए 12वीं के बाद पैरामेडिकल कोर्स छात्रों के लिए सबसे अच्छा विकल्प हो सकता है।

12वीं के बाद पैरामेडिकल कोर्स
12वीं के बाद पैरामेडिकल कोर्स

पैरामेडिकल का अर्थ है रोगियों को प्रदान की जाने वाली सभी पूर्व-चिकित्सा सेवाएँ या चिकित्सा सहायता जिसके लिए डॉक्टरेट या चिकित्सक की उपस्थिति की आवश्यकता नहीं होती है। इसमें रेडियोग्राफी, रक्त परीक्षण, एक्स-रे, MRI आदि जैसी कई डायग्नोस्टिक सेवाएं शामिल हैं। ये पैरामेडिकल कोर्स आपको योग्य हेल्थकेयर प्रोफेशनल बनाते हैं, जिन्हें पूरा करने के बाद सरकारी या निजी अस्पतालों में एक बेहतरीन नौकरी पा सकते हैं।

12वीं के बाद पैरामेडिकल कोर्स

भारतीय संस्थान मुख्य रूप से 3 स्तर के पैरामेडिकल कोर्स का प्रारूप प्रदान करते हैं जो इस प्रकार हैं – स्नातक पाठ्यक्रम, डिप्लोमा पाठ्यक्रम और सर्टिफिकेट स्तर के कोर्सेज।

12वीं के बाद विभिन्न विशेषज्ञताओं में पैरामेडिकल कोर्स उपलब्ध हैं। छात्र अपनी रुचि अनुसार पैरामेडिक पाठ्यक्रम का चयन कर सकते हैं। जो लोग अल्पकालिक पाठ्यक्रमों की तलाश में हैं वे पैरामेडिकल डिप्लोमा कोर्सेज में दाखिला ले सकते हैं; जिसकी अवधि लगभग 1 वर्ष होती है। डिग्री स्चाहने वाले लोग स्नातक पैरामेडिक पाठ्यक्रम में दाखिला ले सकते हैं,  जोकि 3-4 साल का होता है या फिर पोस्टग्रेजुएट डिग्री कोर्स जोकि 2 साल का होता है।

12वीं के बाद सबसे अच्छे पैरामेडिकल कोर्स

हेल्थकेयर इंडस्ट्री में बेहतरीन करियर की आकांक्षा रखने वाले विद्यार्थी 12वीं के बाद अपनी रुचि अनुसार पैरामेडिकल कोर्स में दाखिला ले सकते हैं। वैसे तो बहुत से पैरामेडिकल कोर्स उपलब्ध हैं, जोकि अलग अलग स्पेशलाइजेशन पर आधारित हैं। परंतु कुछ ऐसे पैरामेडिकल कोर्सेज हैं जिनकी डिमांड हमेशा से रही है। इन कोर्सेज के बाद आप बेहतरीन करियर स्थापित कर सकते हैं। 

लोकप्रिय या सबसे अच्छे पैरामेडिकल की लिस्ट नीचे दी गई है। आप 12वीं के बाद इनमे से किसी भी कोर्स का चयन कर सकते हैं।

  1. बीएससी नर्सिंग
  2. डिप्लोमा इन मेडिकल लेबोरेटरी टेक्नोलॉजी (DMLT)
  3. बैचलर ऑफ फिजियोथेरेपी (BPT)
  4. बीएससी रेडियोलॉजी
  5. ऑडियोलॉजी और स्पीच थेरेपी में बीएससी
  6. ऑपरेशन थियेटर टेक्नोलॉजी में बीएससी (OTT)
  7. बीएससी नेत्र प्रौद्योगिकी
  8. प्राकृतिक चिकित्सा और यौगिक विज्ञान स्नातक (BNYS)
  9. रेस्पिरेटरी थेरेपी टेक्नोलॉजी में बी.एससी
  10. डायलिसिस थेरेपी में बी.एससी

इसके अतिरिक्त यदि आप पैरामेडिकल फील्ड में किसी विशेष क्षेत्र में विशेषज्ञता हासिल करना चाहते हैं तो आप बैचलर के बाद मास्टर डिग्री कोर्सेज का चयन कर सकते हैं। मास्टर डिग्री पैरामेडिकल कोर्सेस जैसे एमएससी नर्सिंग, मास्टर ऑफ फिजियोथेरेपी (MPT), और मास्टर ऑफ ऑप्टोमेट्री आदि। 

ये मास्टर डिग्री कोर्स छात्रों को विशेषज्ञता हासिल करने के साथ साथ वेतन वृद्धि में भी सहायक होते हैं। 

12वीं के बाद पैरामेडिकल कोर्स के बाद जॉब प्रोफाइल

पैरामेडिकल कोर्स करने के पश्चात विभिन्न जॉब प्रोफाइल पर करियर विकल्प मौजूद होते हैं। पैरामेडिकल कोर्स करने के बाद इन्हें मरीज़ के उपचार के समय डॉक्टरों और चिकित्सा की टीम के अन्य सदस्यों के साथ मिलकर काम करना होता है। रोगियों को विशेष देखभाल देना, विशेष क्षेत्रों में विशेष तकनीकी कर्तव्यों को निष्पादित करना जैसे ऑपरेशन थिएटर आदि, विभिन्न प्रकार के सेंपल प्राप्त करना, लेबल करना और विश्लेषण करना आदि शामिल है।

पैरामेडिकल कोर्स के बाद जॉब प्रोफाइल के अंतर्गत शामिल हैं-

  • एक्स-रे / रेडियोलॉजी सहायक
  • एमआरआई टेक्नीशियन
  • चिकित्सा प्रयोगशाला सहायक
  • डायलिसिस तकनीशियन
  • ऑपरेशन थियेटर सहायक
  • सीटी स्कैन तकनीशियन
  • नर्सिंग देखभाल सहायक
  • दंत चिकित्सा सहायक

क्या पैरामेडिकल कोर्स के लिए NEET जरूरी है?

नहीं, पैरामेडिकल कोर्स करने के लिए NEET जरूरी नहीं होता है। परंतु ऐसे बहुत से कॉलेज और यूनिवर्सिटीज़ हैं, जो अपने स्तर पर विभिन्न पैरामेडिकल कोर्सेज में एडमिशन के लिए एंट्रेंस एग्ज़ाम आयोजित कराते हैं।

पैरामेडिकल कोर्स की अवधि कितनी होती है?

पैरामेडिकल सर्टिफिकेट कोर्स की अवधि 1 से 2 साल होती है और डिग्री कोर्स की अवधि 2 से 4 साल तक हो सकती है। वहीं पैरामेडिकल मास्टर डिग्री कोर्स की अवधि लगभग 2 वर्ष होती है।

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