M.A Course Details Hindi – एम ए कोर्स की पूरी जानकारी

M.A Course Details in Hindi – एम ए पोस्ट ग्रेजुएट स्तर का डिग्री कोर्स है। जिसे बैचलर डिग्री कोर्स किए हुए स्टूडेंट्स कर सकते हैं। M.A में मुख्य रूप से आर्ट्स स्ट्रीम के विषय होते हैं जैसे कि भूगोल, इतिहास, अर्थशास्त्र, समाजशास्त्र आदि। यदि आप M.A कोर्स करके बेहतरीन करियर बनाना चाहते हैं। तो यह लेख जरूर पढ़ें।

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यहां पर एम ए कोर्स की पूरी जानकारी दी गई है। जिसमे M.A का फुल फॉर्म से लेकर एम ए कोर्स की फीस, एडमिशन प्रोसेस, एम ए के विषय, कोर्स की अवधि और एम ए के बाद करियर ऑप्शन आदि शामिल हैं। साथ ही M.A करने के बाद B.ed या बीएससी के बाद M.A कर सकते हैं या नहीं? इस प्रकार के ढेरों सवालों के जवाब दिए गए हैं।

यहां पर मौजूद जानकारी के अलावा यदि M.A कोर्स से संबंधित आपके सवाल हैं तो कमेंट के जरिए जरूर शेयर करें। आपके सवालों के जवाब जरूर शेयर किए जायेंगे।

कोर्स स्तरमास्टर डिग्री
M.A का फुल फॉर्ममास्टर ऑफ आर्ट्स
M.A कोर्स की अवधि2 वर्ष
न्यूनतम परसेंटेज योग्यताग्रेजुएशन में 45% – 55%
एम ए की फीस₹10,000 – ₹70,000 प्रति वर्ष

M.A Course Details Hindi – एम ए क्या है

M.A का फुल फॉर्म Master of Arts होता है। जिसे हिंदी में “कला में स्नातकोत्तर” कहते हैं। स्टूडेंट्स जिस विषय से एम ए करते हैं। उन्हे उस विषय का गहन अध्ययन कराया जाता है। मास्टर ऑफ आर्ट्स कोर्स डिस्टेंस और रेगुलर से किया जा सकता है।

एम ए कोर्स में एडमिशन प्रवेश परीक्षा और डायरेक्ट मेरिट लिस्ट के जरिए होता है। जिसमे पर्सनल इंटरव्यू भी शामिल हो सकता है। एडमिशन संबंधित जानकारी इसी लेख में विस्तार से बताया गया है। सबसे पहले जानते हैं M.A कोर्स करने के लिए एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया क्या होता है।

एम ए के लिए योग्यता

M.A कोर्स के लिए एजुकेशनल क्वालिफिकेशन और एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया स्पेशलाइजेशन और कॉलेज के अनुसार अलग अलग हो सकता है। कुछ कॉलेज इस कोर्स में एडमिशन के लिए स्वयं प्रवेश परीक्षा आयोजित करते हैं। जिसके आधार पर एडमिशन करते हैं।

M.A कोर्स में एडमिशन के लिए सामान्य एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया लगभग सभी यूनिवर्सिटी/ कॉलेज फॉलो करते हैं। जिसके बारे में यहां बताया गया है।

  • M.A करने के लिए UGC द्वारा मान्यता प्राप्त किसी भी यूनिवर्सिटी से न्यूनतम 3 वर्ष की बैचलर डिग्री कोर्स पूरा होना चाहिए। बैचलर डिग्री मुख्य रूप से आर्ट्स के विषय से हो।
  • एम ए करने के लिए बैचलर डिग्री कोर्स में न्यूनतम 45% से 55% अंक होने चाहिए। हालांकि न्यूनतम परसेंटेज क्राइटेरिया कॉलेज अनुसार कम या ज्यादा हो सकता है।
  • बैचलर डिग्री कोर्स कर रहे फाइनल ईयर के छात्र सभी सेमेस्टर एग्जाम पास करने के बाद M.A में एडमिशन ले सकते हैं।

यहां पर बताए गए एजुकेशनल क्वालिफिकेशन अतिरिक्त भी एडमिशन क्राइटेरिया हो सकता है। किसी विशेष कॉलेज से M.A करने के लिए उस कॉलेज के एडमिशन प्रोसेस और एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया को अच्छे से समझ लें। ज्यादातर यूनिवर्सिटी एंट्रेंस एग्जाम के जरिए ही एडमिशन लेते हैं। इसके साथ पर्सनल इंटरव्यू भी शामिल हो सकता है।

M.A Kitne Year Ka Hota Hai

M.A 2 वर्ष का पोस्ट ग्रेजुएट स्तर का कोर्स होता है। जोकि 6 – 6 महीने के 4 सेमेस्टर में विभाजित होता है। एम ए में स्टूडेंट्स द्वारा ज्यादातर पांच स्पेशलाइजेशन का चयन किया जाता है। एम ए राजनीति विज्ञान, एम ए अंग्रेजी, एम ए भूगोल, एम ए इतिहास, एम ए समाजशास्त्र आदि। इसके अलावा भी ऐसे बहुत से स्पेशलाइजेशन हैं जिनसे एम ए कोर्स करके बेहतरीन करियर बना सकते हैं।

एम ए में एडमिशन कैसे लें

M.A कोर्स में एडमिशन प्रोसेस को समझने से पहले आपको यह सुनिश्चित करना होगा कि आप इस कोर्स के सामान्य एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया को पूरा करते हों। इसके साथ ही किसी विशेष कॉलेज / यूनिवर्सिटी में एडमिशन के लिए उस कॉलेज के एडमिशन प्रोसेस को अच्छे से समझें।

  • M.A कोर्स में एडमिशन के लिए राष्ट्रीय स्तर या यूनिवर्सिटी स्तर पर आयोजित प्रवेश परीक्षा क्वालीफाई करें।
  • कुछ यूनिवर्सिटी में प्रवेश परीक्षा में प्राप्त अंको के आधार पर डायरेक्ट एडमिशन मिल जाता है। जबकि कुछ यूनिवर्सिटी पर्सनल इंटरव्यू भी आयोजित करते हैं।
  • किसी भी यूनिवर्सिटी में M.A कोर्स के लिए चयन मेरिट लिस्ट के आधार होता है। मेरिट लिस्ट प्रवेश परीक्षा के अंक, 10वीं व 12वीं के अंक और बैचलर डिग्री कोर्स के अंको के आधार पर तैयार की जाती है।

M.A कोर्स के लिए पॉपुलर एंट्रेंस एग्जाम

  • PU CET
  • TI SSNET
  • TUEE
  • AUCET
  • JNUEE
  • IPU CET
  • CUET
  • MGU CAT
  • ITM NEST
  • CPGET (OU CET)

एम ए कोर्स की फीस कितनी है

M.A कोर्स की फीस ₹15 हजार से ₹80,000 प्रति वर्ष हो सकती है। इस कोर्स की फीस आपके द्वारा चयन किए गए स्पेशलाइजेशन और कॉलेज / यूनिवर्सिटी पर निर्भर करती है। साथ ही M.A की फीस इस पर भी निर्भर करती है कि आप यह कोर्स रेगुलर से कर रहे हैं या डिस्टेंस लर्निंग से। रेगुलर एम ए की फीस डिस्टेंस की फीस से ज्यादा होती है।

एम ए के बाद करियर ऑप्शन

एम ए करने के बाद आपके पास कई ऑप्शन होते हैं। वे उच्च शिक्षा के साथ M.Phil या पीएचडी कोर्स कर सकते हैं। जिसके बाद करियर के और अधिक अवसर अपलब्ध होते हैं। दूसरा ऑप्शन होता है एम ए के बाद जॉब करना। M.A करने के बाद गवर्नमेंट और प्राइवेट सेक्टर दोनो में जॉब के अवसर होते हैं।

  • एम ए करने के बाद आप टीचिंग लाइन में करियर बना सकते हैं।
  • M.A के बाद सिविल सर्विसेज में जॉब ऑपर्च्युनिटी होती है।
  • कर्मचारी चयन आयोग (SSC) के जरिए विभिन्न जॉब प्रोफाइल पर सरकारी नौकरी कर सकते हैं।

आप यहां बताए गई विभिन्न जॉब प्रोफाइल के रूप में करियर बना सकते हैं।

  1. कंटेंट राइटर
  2. टीचर
  3. असिस्टेंट प्रोफेसर
  4. स्कूल काउंसलर
  5. ह्यूमन रिसोर्स मैनेजर

M.A के बाद रोजगार के क्षेत्र 

एम ए कोर्स करने के बाद आप निम्न क्षेत्र में रोजगार के अवसर खोज सकते हैं।

  1. कोचिंग सेंटर
  2. एजुकेशनल डिपार्टमेंट
  3. गवर्नमेंट व प्राइवेट स्कूल
  4. होम ट्यूशन
  5. रिसर्च एंड डेवलपमेंट एजेंसी
  6. पब्लिशिंग हाउस

M.A के बाद सैलरी कितनी होती है

M.A ग्रेजुएट की एवरेज सैलरी 4 लाख रुपए प्रति वर्ष से लेकर 8 लाख रुपए प्रति वर्ष या इससे भी ज्यादा हो सकती है। एम ए ग्रेजुएट की सैलरी उसके जॉब प्रोफाइल, एक्सपीरियंस और रोजगार के क्षेत्र पर निर्भर करती है।

M.A कोर्सएवरेज सैलरी प्रति वर्ष
M.A English4 से 5 लाख रुपए
M.A अर्थशास्त्र4 से 7 लाख रुपए
M.A राजनीति शास्त्र3 से 4 लाख रुपए

M.A करने के बाद B.Ed कितने साल का होता है?

एम ए कोर्स करने के बाद बीएड 2 वर्ष का होता है। आप चाहे तो B.A (बैचलर ऑफ आर्ट्स) के बाद ही बीएड कोर्स कर सकते हैं।

एम ए करने के बाद टीचर कैसे बने

एम ए करने के बाद टीचर बनने के लिए आपको टीचर एलिजिबिलिटी कोर्स करना होगा जैसे कि बीएड, बीटीसी आदि। इसके बाद राज्य स्तर के शिक्षक के लिए स्टेट TET जैसे UPTET, MPTET परीक्षा पास करनी होगी। तथा केंद्र स्तर के शिक्षक के लिए CTET एग्जाम क्वालीफाई करना होगा। इसके बाद शिक्षक की वेकेंसी आने पर अली करें।

एम ए के विषय

M.A (मास्टर ऑफ आर्ट्स) के अंतर्गत ऐसे बहुत से स्पेशलाइजेशन कोर्स हैं। जिनके साथ आप पोस्ट ग्रेजुएट डिग्री प्राप्त कर सकते हैं। कुछ पॉपुलर M.A कोर्स की लिस्ट नीचे दी गई है। जिनके साथ आप M.A कर सकते हैं।

  • M.A अर्थशास्त्र
  • M.A English
  • M.A हिंदी
  • M.A इतिहास
  • M.A भूगोल
  • M.A राजनीति विज्ञान
  • M.A समाज शास्त्र
  • M.A मनोविज्ञान

क्या बीएससी के बाद M.A कर सकते हैं?

जी हां, बीएससी के बाद आप M.A कर सकते हैं। लेकिन बीएससी के बाद एम ए के लिए कुछ विशेष विषय ही हैं। जिनमे आप M.A कर सकते हैं। इसके लिए आपको यूनिवर्सिटी का चयन करना पड़ेगा जहां पर बीएससी के पश्चात M.A के लिए कोर्स उपलब्ध हो।

M.A और पीजी में क्या अंतर है?

पीजी (PG) यानि पोस्ट ग्रेजुएशन जिसके अंतर्गत साइंस, आर्ट्स और कॉमर्स स्ट्रीम के मास्टर डिग्री कोर्स आते हैं जैसे कि M.A, एमएससी, M.Com आदि। M.A यानि मास्टर ऑफ आर्ट्स एक विशेष कोर्स है जो पीजी स्तर पर आता है।

3 thoughts on “M.A Course Details Hindi – एम ए कोर्स की पूरी जानकारी”

    • जी जरूर, आप b.com के बाद M.A कर सकते हैं। आप अपनी पसंद अनुसार स्पेशलाइजेशन में m.a कर सकते हैं। लेकिन इस बात का विशेष ध्यान दें कि आप जिस विषय के साथ m.a करना चाहते हैं उसमे करियर स्कोप हो, जिससे आपके लिए m.a डिग्री उपयोगी साबित हो सके।

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